ये जंगल हमारा है
जीतेंगे हर कीमत पे हम
अब ये दंगल हमारा है
आदिवासी हैं हम,ये जंगल हमारा है
तुम ही तुम क्यों रहोगे
ये पृथ्वी,ये सूरज,ये चाँद
जितना तुम्हारा है उतना हमारा है
आदिवासी हैं हम,ये जंगल हमारा है
मारूफ आलम
जीतेंगे हर कीमत पे हम
अब ये दंगल हमारा है
आदिवासी हैं हम,ये जंगल हमारा है
तुम ही तुम क्यों रहोगे
ये पृथ्वी,ये सूरज,ये चाँद
जितना तुम्हारा है उतना हमारा है
आदिवासी हैं हम,ये जंगल हमारा है
मारूफ आलम