ये कैसा हादसा हुआ है
ये कैसा हादसा हुआ है
अब कैसा रगडा हुआ है
जोड़ने की चाह थी दिल को
ये तो टूट कर बिखरा हुआ है
ठोकरों से बाहर निकल कर
दिल फिर से निखरा हुआ है
मरहम की जुस्तजूं में
कल्ब फिर घायल हुआ है
रुसवा है तू आज फिर से
देख मौसम भी बिगड़ा हुआ है
कासिद दरिया-ऐ-इश्क में डूबा हुआ है
जा-बा-जा बज्मे-गमज़दा सजा हुआ है
कासिद==डाकिया
दरिया-ऐ-इश्क= प्यार का दरिया
जा-बा-जा= जगह – जगह
बज्मे-गमज़दा= ग़मों में डुबो हो की महफ़िल
वस्ले-यार की आस में शामो-शहर
हिज्र में रिंद बन गमज़दा हुआ है
वस्ले-यार=महबूब से मिलन
रिंद=शराबी
हिज्र=जुदाई
गमज़दा=गम में डूबा हुआ
बज़्म में वफाई की बे-वफ़ा ने
खते-तर्क-वफ़ा का इनाम में भेजा हुआ है
खते-तर्क-वफ़ा = प्यार खत्म करने का खत
पयाम=सन्देश
भूपेंद्र रावत
3/09/2017