ये आँखें
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इन आँखों में पूरी दुनिया समाई है,
इन आँखों ने कितनी खुशियाँ बहाई है,
जब भी मिली थोड़ी सी खुशी इन आँखों को,
जब भी मिली थोड़ी सी राहत,
हुआ कुछ ऐसा जो था समझ के परेह,
ऐसे समुंदर इन आँखों से उतरे।
✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी
इन आँखों में पूरी दुनिया समाई है,
इन आँखों ने कितनी खुशियाँ बहाई है,
जब भी मिली थोड़ी सी खुशी इन आँखों को,
जब भी मिली थोड़ी सी राहत,
हुआ कुछ ऐसा जो था समझ के परेह,
ऐसे समुंदर इन आँखों से उतरे।
✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी