Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2024 · 1 min read

ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी

ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी
बस कुछ ही पल में
तूँ हर रात को पूर्णिमा की रात की
उम्मीद ना रख

1 Like · 44 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
किशोरावस्था : एक चिंतन
किशोरावस्था : एक चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
हाय रे गर्मी
हाय रे गर्मी
अनिल "आदर्श"
"मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
माँ का द्वार
माँ का द्वार
रुपेश कुमार
तुम्हें सोचना है जो सोचो
तुम्हें सोचना है जो सोचो
singh kunwar sarvendra vikram
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
Pramila sultan
रिश्ता ख़ामोशियों का
रिश्ता ख़ामोशियों का
Dr fauzia Naseem shad
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
यारों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया,
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
Phool gufran
नव वर्ष की बधाई -2024
नव वर्ष की बधाई -2024
Raju Gajbhiye
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
" विश्व शांति "
DrLakshman Jha Parimal
अपनी भूल स्वीकार करें वो
अपनी भूल स्वीकार करें वो
gurudeenverma198
*हम बीते युग के सिक्के (गीत)*
*हम बीते युग के सिक्के (गीत)*
Ravi Prakash
विजेता सूची- “संवेदना” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “संवेदना” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
Keshav kishor Kumar
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
3138.*पूर्णिका*
3138.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"बेजुबान का दर्द"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan Alok Malu
माँ ऐसा वर ढूंँढना
माँ ऐसा वर ढूंँढना
Pratibha Pandey
"कौन अपने कौन पराये"
Yogendra Chaturwedi
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
सोचने लगता हूँ अक़्सर,
सोचने लगता हूँ अक़्सर,
*प्रणय प्रभात*
Loading...