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26 Jan 2022 · 1 min read

सोशल जस्टिस

हक़, बराबरी और इंसाफ़
इस देश में इस तरह मिले!
कि अपनी-अपनी मौज में
हमें जीने की वज़ह मिले!!
मासूम लोग जेल में और
शातिर लोग संसद में क्यों?
जो शख़्स जिस लायक है
उसे वैसी ही जगह मिले!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
156 Views
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