यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
मगर तू हर वक्त मुझसे यूं कहां मिला करती है
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
मगर तू हर वक्त मुझसे यूं कहां मिला करती है
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”