Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2023 · 1 min read

यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत

यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत ।
रिश्तों नातों के लिए,रहिए सदा सचेत ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जवानी
जवानी
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
24 के लिए
24 के लिए
*प्रणय प्रभात*
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
Ravi Prakash
कोरोना का संहार
कोरोना का संहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गुलाबों सी महक है तेरे इन लिबासों में,
गुलाबों सी महक है तेरे इन लिबासों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
इश्क की रूह
इश्क की रूह
आर एस आघात
*pyramid*
*pyramid*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपनी स्टाईल में वो,
अपनी स्टाईल में वो,
Dr. Man Mohan Krishna
चलो कुछ नया करते हैं
चलो कुछ नया करते हैं
AMRESH KUMAR VERMA
तनहाई
तनहाई
Sanjay ' शून्य'
मायके से लौटा मन
मायके से लौटा मन
Shweta Soni
संतुलित रहें सदा जज्बात
संतुलित रहें सदा जज्बात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
* बचाना चाहिए *
* बचाना चाहिए *
surenderpal vaidya
धन की अधिकता से.. जीवन आसान ज़रूर बनता है। पर अकसर लोग
धन की अधिकता से.. जीवन आसान ज़रूर बनता है। पर अकसर लोग "आसान
पूर्वार्थ
"कैसे कहूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
Quote Of The Day
Quote Of The Day
Saransh Singh 'Priyam'
भेड़चाल
भेड़चाल
Dr fauzia Naseem shad
सब कुछ मिट गया
सब कुछ मिट गया
Madhuyanka Raj
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
2625.पूर्णिका
2625.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रामचरितमानस दर्शन : एक पठनीय समीक्षात्मक पुस्तक
रामचरितमानस दर्शन : एक पठनीय समीक्षात्मक पुस्तक
श्रीकृष्ण शुक्ल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
संघर्ष वह हाथ का गुलाम है
संघर्ष वह हाथ का गुलाम है
प्रेमदास वसु सुरेखा
पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
लक्ष्मी सिंह
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
"मैं" के रंगों में रंगे होते हैं, आत्मा के ये परिधान।
Manisha Manjari
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
Sarfaraz Ahmed Aasee
Loading...