यूँ ही बेमौसम बरसात हुई।
यूँ ही बेमौसम बरसात हुई।
बिना कहे फिर दिन से रात हुई।।
गये वक्त का मलाल नहीं मुझे,
बहुत देर तक खुद से बात हुई।।
— ननकी
यूँ ही बेमौसम बरसात हुई।
बिना कहे फिर दिन से रात हुई।।
गये वक्त का मलाल नहीं मुझे,
बहुत देर तक खुद से बात हुई।।
— ननकी