यूँ दिल पे मेरे
यूँ दिल पे मेरे उसकी बेजारी का खौफ था
के जाने के बाद एक भी खत लिखा नहीं उसे
उसने गिला किया तो कुछ यूँ गिला किया
लगता है लिखना पढ़ना आता नहीं तुम्हें
M.Tiwari”Ayen”
यूँ दिल पे मेरे उसकी बेजारी का खौफ था
के जाने के बाद एक भी खत लिखा नहीं उसे
उसने गिला किया तो कुछ यूँ गिला किया
लगता है लिखना पढ़ना आता नहीं तुम्हें
M.Tiwari”Ayen”