यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
अपनों से बहुत प्यार भी करते हैं
ऐसे हम किसी को बीच रास्ते पर यूँही नही छोड़ते
दुश्मन हुए तो उनकी गलतियों के लिए सबक सीखा कर छोड़ते हैं
अपने हुए तो उनको माफ करके छोड़ देते हैं।।
ऐसा हम सिर्फ इसलिए करते हैं क्योंकि आईने में
जो शख्स हमसे रोज मिलता है
सबसे ज्यादा हम उससे प्यार करते हैं
और उसकी परवाह भी करते हैं।।
Ruby