युवा जवानी
कट-कट गिर रहे मद भू पर ,
अब भी बचीं युवा जवानी है ,
भत्सर्नों का विनाश करने को ,
क्रांति की हुङ्कार लिये मत में ,
सुलग रही वीर युवा जवानी है।
युवा जवानी न संप्राप्ति दोबारा ,
जीवन का सबसे अनमोल लम्हा ,
होता ये बलिष्ठ पल युवा जवानी ,
इसके बल पर उम्दा कर्म कर
जगत में पहचान बनाओ तुम ।
आवारागर्दी की आकर्षक हस्ती में ,
न अनपेक्षित करो युवा जवानी को
करना ही है तो करो इसको ,
भारत माँ के प्रतिष्ठा की रक्षा में
अर्पण अपनी युवा जवानी को ।
जब – जब देश पर संकट छाया ,
युवा जवानी ढाल बन सामने आया ,
हमारे स्वाधिकार होने का सबब भी ,
हमारे देश के वीर युवा जवानी है ,
जिसने देश की सत्ता संभाली है।
बच्चे, बूढ़े, औरतों को ललकारा ,
पर न ललकारना युवा जवानी को ,
रग – रग में लहू खौलता जिसके ,
अपने पर आ जाए युवा जवानी तो
तुम्हारा अस्तित्व समापन कर देंगे ये।
✍️✍️✍️उत्सव कुमार आर्या