***युवाओं शक्ति अपनी पहचानो***
योग्यताएं आपने पाई, कुछ कर गुजरने की योजना बनाई।
क्षमता अनुसार सेवा मिल नहीं पाई।
सोचते हो ऐसे में अब ,मैं क्या करूं भाई।
एक तो बेरोजगारी ,ऊपर से महंगाई।
किसके दर मै जाऊं ,काम कहां से पाऊं ।
इस संशय में कैसे समय बिताऊं।
ऐसे में नुक्से मेरे जानो ,शक्ति खुद की पहचानो।
छोटे से छोटे काम को भी, करने की मन में ठानो।
वही छोटा सा काम, एक दिन तुम्हें, ऊंचाई पर पहुंचा देगा।
परिश्रम और समर्पण हां, कुछ ज्यादा ही लेगा।
क्यों हताश निराश होते हो, क्षणिक जीवन ,
क्यों इसके पल खोते हो।
बाजुओं में दम है ,सोचो कहां किसी से कम हैं।
लक्ष्य लेकर चल पड़ो, समझो समस्या ख़तम है।
दिन-रात यही सोचते रहे, योग्यता है पर काम नहीं।
काम छोटा ही सही, क्या वह काम नहीं ।
भाव मन में भरो आवश्यकताएं कम करो।
जब तक निज पहचान ना बना लो ,
कुछ ना कुछ अविराम करो।
अपार शक्ति है पास तुम्हारे, खुद ही इसकी पहचान करो।।
राजेश व्यास अनुनय