युद्ध
युद्ध जब अनिवार्य हो, प्रलय की हुँकार हो,
देश की पुकार हो,तब त्रिनेत्र खोल दो,
शत्रु का संघार कर,रक्त से तिलक करो !!@डॉ लक्ष्मण झा “परिमल “
युद्ध जब अनिवार्य हो, प्रलय की हुँकार हो,
देश की पुकार हो,तब त्रिनेत्र खोल दो,
शत्रु का संघार कर,रक्त से तिलक करो !!@डॉ लक्ष्मण झा “परिमल “