युग बदला तुम बदलो नारी
उठो नींद से जग लो नारी
युग बदला तुम बदलो नारी
अस्मिता तुम्हारी लूट न पाए
दम तुम्हारा कभी घुट न पाए
चण्डी रूप तुम धर लो नारी
युग बदला तुम बदलो नारी.
गर नीयत में किसी की खोट लगे
हरकत से उसकी दिल को चोट लगे
दो-दो हाथ तो तुम कर लो नारी
युग बदला तुम बदलो नारी.
चले दरिंदा डाल-डाल
तुम बनकर उसका काल-काल
पात-पात तुम चल लो नारी
युग बदला तुम बदलो नारी.
ले लो तुम बदला नारी
रही न अब तुम अबला नारी
लहू से हाथ तुम रंग लो नारी
युग बदला तुम बदलो नारी.