युग परिवर्तन
होगा फिर अब युग परिवर्तन
मंत्री जी जीते हैं देश
अवधपुरी होगी राजधानी
राम राज्य का पुन: प्रवेश
वर्ष शतक चार नौ दशक,
है बीता,
सत्ता हीन रहे अवधेश
दसवें दशक में जीते मंत्री
रचे व्यवस्था रघुवर देश
हुई प्रफुल्लित प्रजा बेचारी
देख लला को अवध नरेश,
दारुण दर्द सही थी जनता
हार के अपना भगवा देश,
टूटा किला राम राज्य का
बदला था पूरा अवशेष,
हर्षित होगा तीनो लोक
देख लला का पावन भेष,
घर – घर में होगी किलकारी
पावन नवमी पर्व विशेष ।
याद करो सब अपना रक्त,
हम सब हैं किसकी संतान ?
अपनाए थे, थी मजबूरी
विदेशी पंथ हुआ विद्यमान ।
आदर्श प्रजा आदर्श राज्य का
होगा फिर से नवनिर्माण
मिलकर सारे एक सूत्र में
भरो सनातन का हुंकार ।।
~आनन्द मिश्र