यीशु की महिमा
उसका सितारा मजबूत था,
वह हर पाप से हमेशा दूर था,
उसे नहीं थी परवाह शैतान की,
वो परम पिता का सच्चा पुत्र था.!
उसकी निगाहें सभी के लिए एक थीं,
उसकी बातें सभी के लिए नेक थीं,
अमीर गरीब का ना भेद उसमें,
वह वेवश बेसहारों के करीब था.!
हर नफरत को हटाने के लिए,
दिलों में विश्वास बढ़ाने के लिए,
इंसानो के पाप को मिटाने के लिए,
वह सूली पर बलिदान हुआ बेखौफ था..!
इंसान से जन्मा वो इंसान था,
इंसान के रूप में बड़ा हुआ वो खुदा था,
खुदा बनकर आया वो खुदा का पुत्र था,
सबमें समाया वह आत्मा का सच्चा रूप था.!
वह समय काल से आजाद था,
वह जन्म और मौत से निराकार था,
उसने किया वह जो ना कर सका कोई भी,
वह मसीहा परमेश्वर का का सच्चा रूप था.!
नादान मासूम सा था चेहरा उसका,
सच्चाई से परिपूर्ण था दिल उसका,
जिसको छुआ अनंत जीवन दे दिया उसको,
यीशु परमेश्वर का ऐसा सच्चा पुत्र था.!!