या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे
या तो शरमा दोगे तुम या फिर मुझको निपटा दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।
हो ना हो इंसाफ़ भले, इक तरफ़ फ़ैसला होएगा
या तो बंदा हंस देगा, या फिर ये बंदा रोएगा।
या तो सपने बुन लूंगा, या तो फिर सपने बिखरा दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।
अख़बारों में एक ख़बर तो कल के दिन छप जाएगी
या तो हस्ती बन जाएगी, या फिर हस्ती मिट जाएगी।
या तो बस्ती बस जाएगी, या फिर इसे ढहा दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।
कुछ आवाज़ें जो दिल में हैं, या तो वो दब जाएंगी
साथ तुम्हारा मिला तो ये आवाज़ें गीत बन जाएंगी।
या तो कोई गीत लिखूँगा, या कागज़ को जला दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।
या तो मैं श्रृंगार करूँगा, या फिर शीशा तोडूंगा
या फिर कोई शायर बन शब्दों में दर्द मैं जोड़ूंगा।
या तो कोई वाह होगी, या कोई आह निकला दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।
तेरे एक फ़ैसले पे, श्रृंगार भी मेरा बदलेगा
या तो सूट पहन लूँगा, या कफ़न ओढ़ सो जाऊँगा
या तो रोज़ नहाऊंगा, या आख़िर का नहला दोगे
या तो गले लगा लोगे, या फिर मुझको ठुकरा दोगे।