या इलाही रहम कर !!
दिल ए बीमार हो या बीमार ए किस्मत ,
दोनो ही लाइलाज है इस जहान में।
हां ! गर इलाही रहम कर दे थोड़ी सी ,
वरना इतनी ताकत कहां इंसान में ।
दिल ए बीमार हो या बीमार ए किस्मत ,
दोनो ही लाइलाज है इस जहान में।
हां ! गर इलाही रहम कर दे थोड़ी सी ,
वरना इतनी ताकत कहां इंसान में ।