यारों… फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
टूटा हुआ हूँ यारों एक ज़माने से ,
ज़रा-सी ठोकर से बिखर ना जाऊँ कहीं !
बहुत फूंक -फूंक कर रखता हूँ कदम महफ़िलों में,
बहक ना जाऊँ फिर कहीं हुस्न के वारों से !!
तुम तो कहते हो..
क्या ही होगा गर मिल गयी नज़रे किसी से,
ऑंखें बुझने लगी राह तकते -तकते,
यारों…
फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !!
❤️ Love Ravi❤️