यारियां
गलतियों का मैं एक बादशाह हूं
गलतियों को मेरे ना गिना करो
तुम हो पढ़े तो मैं कहां कम हूं
बड़े-बड़ो का उड़ाता तोता हम हूं।।
दुनिया के मेलों में,
शब्दों के खेलों में
हूं थोड़ा कच्चा अभी
मगर ऐसा ना समझना
हमें वैसा ना समझना
कि हमें कुछ आता नहीं
ग़म है ग़म है तो इतना बस ग़म है
पढ़ा लिखा शाय़द मेरा सनम है।।
जब भी कुछ कहती हूं,
गलती वो निकालता है
ग़लती गलती कहके,
हमें वो चिढ़ाता है
अजब-गजब का है यार मेरा
हम हैं-२ उफ़ उसमें कितना हम हैं
पढ़ा-लिखा शायद मेरा सनम है ।।
रातों को जागता है,
नींदें चुराता है
ए,बी,सी डी कहके
पाठ प्रेम का पढ़ाता है
जहां करूं गलती मै
झट से पकड़ लेता है
लगता है क्लास मोनीटर है यार मेरा
दम है-२ उफ़ उसमें कितना दम है
पढ़ा-लिखा मेरा शाय़द सनम हैं।।
गलतियों का मैं एक बादशाह हूं
गलतियों को मेरे ना गिना करो
तुम हो पढ़े तो मैं कहां कम हूं
बड़े-बड़ो का उड़ाता तोता हम हूं।।
पढ़ा लिखा है तो तेवर दिखाता है
पहन-पहनकर हमें ज़ेवर दिखाता है
कैसा अनाड़ी हैं कैसा खिलाड़ी हैं
कुछ भी कर लो सदा तेवर दिखाता है
कहते हैं लोग अजीबोगरीब है यार तेरा
सनम है-१ जैसा भी हो मेरा सनम है
पढ़ा-लिखा हां, हां मेरा सनम है ।।
नितु साह(हुसेना बंगरा)सीवान-बिहार