Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2021 · 1 min read

यार!सभी अब बदल गए

यार!सभी बदल गए
कंधे पर हाथ नहीं रखते अब
मुंहफट सी बात नहीं रखते अब
मिलते हैं अब बड़े सलीके से
मुश्किल की काट नहीं रखते अब
जो कल तक कदम मिलाते थे
वह रस्ते कब का बदल गए
जो कहते थे हम जय और वीरू हैं
वह यार!सभी अब बदल गए
डेस्क पर नाम मेरा लिखते थे
मेरे लिए जो कभी पीटते थे
जो लड़ जाते थे मेरी खातिर
हर फोटो में मेरे दिखते थे
मेरे ही शहर के बाशिन्दे वह
भूल अब मेरा सकल गए
यार!सभी अब बदल गए।

Language: Hindi
211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कविता का प्लॉट (शीर्षक शिवपूजन सहाय की कहानी 'कहानी का प्लॉट' के शीर्षक से अनुप्रेरित है)
कविता का प्लॉट (शीर्षक शिवपूजन सहाय की कहानी 'कहानी का प्लॉट' के शीर्षक से अनुप्रेरित है)
Dr MusafiR BaithA
हरकत में आयी धरा...
हरकत में आयी धरा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कब भोर हुई कब सांझ ढली
कब भोर हुई कब सांझ ढली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मां
मां
Amrit Lal
Is ret bhari tufano me
Is ret bhari tufano me
Sakshi Tripathi
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
कातिल अदा
कातिल अदा
Bodhisatva kastooriya
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
छल
छल
गौरव बाबा
2907.*पूर्णिका*
2907.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी मौत पर
ज़िंदगी मौत पर
Dr fauzia Naseem shad
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
क्या बताऍं शुगर हो गई(  हास्य व्यंग्य )
क्या बताऍं शुगर हो गई( हास्य व्यंग्य )
Ravi Prakash
कल्पना ही हसीन है,
कल्पना ही हसीन है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गर जानना चाहते हो
गर जानना चाहते हो
SATPAL CHAUHAN
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
रेल यात्रा संस्मरण
रेल यात्रा संस्मरण
Prakash Chandra
कुछ इनायतें ख़ुदा की, कुछ उनकी दुआएं हैं,
कुछ इनायतें ख़ुदा की, कुछ उनकी दुआएं हैं,
Nidhi Kumar
🙅आम चुनाव🙅
🙅आम चुनाव🙅
*Author प्रणय प्रभात*
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
हालात ए शोख निगाहों से जब बदलती है ।
Phool gufran
अंदर का मधुमास
अंदर का मधुमास
Satish Srijan
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
🧟☠️अमावस की रात ☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात ☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
सत्य कुमार प्रेमी
Interest
Interest
Bidyadhar Mantry
मोरनी जैसी चाल
मोरनी जैसी चाल
Dr. Vaishali Verma
" माँ "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...