Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2022 · 1 min read

याद

मैं तो अब हवा से भी नाराज़ हूॅं,
वो उसकी ख़ुशबू फ़ैलाने क्यूॅं आती है।
उससे ज़ुदा हुए तो ज़माना बीत गया,
पर उसकी याद अब भी जाने क्यूॅं आती है।
टूटे दिल पे मुस्कान क्यूं आती है।
उसकी याद मुझे क्यूं आती है।।
उसके बिन दिन तो गुजरता नहीं।
ना जाने रात आजमाने क्यूं आती है।।

Language: Hindi
2 Likes · 426 Views
Books from शिव प्रताप लोधी
View all

You may also like these posts

People in your life should be a source of reducing stress, n
People in your life should be a source of reducing stress, n
पूर्वार्थ
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
दोहे-मुट्ठी
दोहे-मुट्ठी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दाता
दाता
Sanjay ' शून्य'
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Shyam Sundar Subramanian
* बॅंटे जाति में क्षुद्र, क्षमा मोदी जी करना (कुंडलिया)*
* बॅंटे जाति में क्षुद्र, क्षमा मोदी जी करना (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
अपणै गांव नै मत भूलजौ
अपणै गांव नै मत भूलजौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
तेवरीः साहित्य के नए तेवर + गिरि मोहन ‘गुरु’
कवि रमेशराज
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
Lokesh Sharma
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
तुम छा जाते मेरे दिलों में एक एक काली घटा के वाई फाई जैसे।
Rj Anand Prajapati
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
पास आकर मुझे अब लगालो गले ,
कृष्णकांत गुर्जर
दौर अच्छा आयेगा
दौर अच्छा आयेगा
Sonu sugandh
सब वर्ताव पर निर्भर है
सब वर्ताव पर निर्भर है
Mahender Singh
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*नारी हूं मैं*
*नारी हूं मैं*
ABHA PANDEY
बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में
बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में
मानसिंह सुथार
4809.*पूर्णिका*
4809.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भोर यहाँ बेनाम है,
भोर यहाँ बेनाम है,
sushil sarna
राम सीता
राम सीता
Shashi Mahajan
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
Vijay Nagar
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेंहदी
मेंहदी
Sudhir srivastava
यादो की चिलमन
यादो की चिलमन
Sandeep Pande
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
🙅 *आज की अपील* 🙅
🙅 *आज की अपील* 🙅
*प्रणय*
मन भारी है
मन भारी है
Ruchika Rai
गीत- किसी को भाव देना भी...
गीत- किसी को भाव देना भी...
आर.एस. 'प्रीतम'
अगर हो तुम सजग
अगर हो तुम सजग
Bimal Rajak
Loading...