याद मेरी तुम्हे आती तो होगी
मेरी तुम्हे आती तो होगी
आकर तुम्हे सताती तो होगी।।
सुबह जब तुम उठती तो होगी,
नींद तुम्हारी खुलती तो होगी।
पास न पाती जब तुम मुझको,
दिल में बैचैनी होती तो होगी।।
याद मेरी,तुम्हे,,,,,,,,,,,,,,,,
ठंडी हवा सुबह चलती तो होगी,
मेरा संदेश तुम्हे देती तो होगी।
मिलता न जब संदेश तुम्हे मेरा,
दिल में तडपन होती तो होगी।।
याद मेरी,तुम्हे,,,,,,,,,,,,,
नहाने जब तुम जाती तो होगी,
जल से बदन भिगोती तो होगी।
होता होगा जब एक स्पर्श निराला,
तन की तपिश बुझती तो होगी।
याद मेरी,तुम्हे,,,,,,,,,,,
भोजन जब तुम बनाती तो होगी,
थाली में जब तुम लगाती तो होगी।
खाने को न होगा जब पास तुम्हारे,
याद मेरी तुम्हे आती तो होगी।।
याद मेरी,तुम्हे,,,,,,,,
दिन रात का जब मिलन होता होगा,
सूर्य जब पश्चिम में अस्त होता होगा।
दीपक जलाओगी जब प्रकाश के लिए,
अपने दीपक की याद आती तो होगी।
याद मेरी,तुम्हे ,,,,,,,
आमो में जब बोर आता होगा,
कोयल उस पर मंडराती होगी,
सुनती होगी जब तुम मधुर तान,
पिया की मधुर आवाज आती तो होगी,
याद मेरी, तुम्हे,,,,,,,,,
आर के रस्तोगी गुरुग्राम