Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2021 · 1 min read

‘याद पापा आ गये’

हर पहर जीवन की सरगम साधते से,
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से ।

बरस उनके बिन गये रीते सभी,
मधुर लम्हें मन से ना बीते कभी,
पल रूलाते हैं अभी तक हादसे से..
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से ।।

ब्याह गुड्डे और गुड़ियों का कराना,
ह्रदय से मुझको लगा आँसू छुपाना,
हाथ में आशीष भर-भर काॅंपते से..
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से ।।

सोच कब पाई थी यूँ बिछड़ूॅंगीं उनसे,
शून्यता मन की सदा बाॅंटी थी जिनसे,
हर कदम जीवन की साॅंसे बाँधते से,
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से।।

चढ़ के कंधे पर मेरा कुछ गुनगुनाना,
बंदिशों–लय–ताल संग उनका वो गाना,
थे दरीचे भी समां तब बाँधते से,
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से।।

स्वप्न था उनका मुझे शिक्षित बनाना,
सीख दी पथ–सत्य से ना डगमगाना,
ईश से अनगिन दुआ वो माँगते से,
याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से।।

स्वरचित
रश्मि लहर,
लखनऊ

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!! चुनौती !!
!! चुनौती !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
वो इँसा...
वो इँसा...
'अशांत' शेखर
2584.पूर्णिका
2584.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
*कृपा प्रभु की है जो सॉंसों का, क्रम हर क्षण चलाते हैं (मुक्
*कृपा प्रभु की है जो सॉंसों का, क्रम हर क्षण चलाते हैं (मुक्
Ravi Prakash
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
Prof Neelam Sangwan
धरी नहीं है धरा
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
I am Cinderella
I am Cinderella
Kavita Chouhan
रिश्तों में परीवार
रिश्तों में परीवार
Anil chobisa
मैं मोहब्बत हूं
मैं मोहब्बत हूं
Ritu Asooja
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
क़ीमती लिबास(Dress) पहन कर शख़्सियत(Personality) अच्छी बनाने स
क़ीमती लिबास(Dress) पहन कर शख़्सियत(Personality) अच्छी बनाने स
Trishika S Dhara
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-410💐
💐प्रेम कौतुक-410💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"अवसरवाद" की
*Author प्रणय प्रभात*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
Neelam Sharma
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
Ram Krishan Rastogi
दिल जल रहा है
दिल जल रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रेम का सौदा कभी सहानुभूति से मत करिए ....
प्रेम का सौदा कभी सहानुभूति से मत करिए ....
पूर्वार्थ
इश्क़ और इंकलाब
इश्क़ और इंकलाब
Shekhar Chandra Mitra
उत्तर
उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
Shakil Alam
सबक
सबक
manjula chauhan
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
कौन कहता है की ,
कौन कहता है की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...