याद का कोई पंछी
यह तो मेरी रूह को छूकर गुजरता हुआ
बस सीधा कहीं मेरे दिल में उतर गया
याद का कोई पंछी होगा
पर कटा
यह तो मेरे घर के
यादों के जंगल में
याद के पेड़ की
एक डाल पर ही
अपना घोंसला बनाकर
सारी उम्र यहीं रहने को
मेरे साथ ही कहीं
बस गया।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001