Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2022 · 1 min read

याद उनकी

शरद की ठिठुरन
साथ दे रही
हिमालय से आती
ठंडी हवाएं कह रही
छत पर बैठे क्यों अकेले?
क्या किसी की याद आई!!!
ना आसमां में चाँद की रोशनी
ना पास तुम्हारे कोई परछाई
कह उठा मन
“यादों का बिछौना, यादों की रजाई है”
धुँध नहीं ,
बस ओस-सी मेरी आँख भर आई है
तपिश उसकी पास है
साथ है मेरे हमेशा
शब्द-शब्द शुरुआत है
दिखता इंद्रधनुष के जैसा
सुबह का सूरज निकलेगा
होगा दर्शन उनका जरूर
यादें हैं वो हमेशा ही रहेंगी
इनमें अब मेरा क्या कुसूर?

प्रवीण माटी

Language: Hindi
173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
प्रेमदास वसु सुरेखा
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
माना मैं उसके घर नहीं जाता,
डी. के. निवातिया
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
Harminder Kaur
■ मुक्तक
■ मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी का सवाल आया है।
जिंदगी का सवाल आया है।
Dr fauzia Naseem shad
किराये की कोख
किराये की कोख
Dr. Kishan tandon kranti
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
चलो दोनों के पास अपना अपना मसला है,
चलो दोनों के पास अपना अपना मसला है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विछोह के पल
विछोह के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सार्थक जीवन
सार्थक जीवन
Shyam Sundar Subramanian
शहनाई की सिसकियां
शहनाई की सिसकियां
Shekhar Chandra Mitra
3008.*पूर्णिका*
3008.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
Shweta Soni
मा ममता का सागर
मा ममता का सागर
भरत कुमार सोलंकी
#मज़दूर
#मज़दूर
Dr. Priya Gupta
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
🌹 मैं सो नहीं पाया🌹
🌹 मैं सो नहीं पाया🌹
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
Basant Bhagawan Roy
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
*बेफिक्री का दौर वह ,कहाँ पिता के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
"Recovery isn’t perfect. it can be thinking you’re healed fo
पूर्वार्थ
Gazal 25
Gazal 25
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिस्से की धूप
हिस्से की धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
*मैं शायर बदनाम*
*मैं शायर बदनाम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...