याद आती हैं मां
शीर्षक – याद आती हैं मां
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जीवन जिंदगी में याद आती हैं मां
हमारे मन भावों में याद आती हैं मां
सच तो बस शब्दों में याद आती हैं मां
एक एहसास याद आती हैं मां
हम सभी की अपनी याद आती हैं मां
वृद्धाश्रम में रहती याद आती हैं मां
आधुनिक युग में बस याद आती हैं मां
बचपन की लोरी और याद आती हैं मां
प्रेम मोहब्बत पत्नी भुलाती याद आती हैं मां
सच तो यही हमारी सोच याद आती हैं मां
याद ही तो हमें याद आती हैं मां
मन ही मन भावों में याद आती हैं मां
सच और सोच हमारी याद आती हैं मां
एक सम्मान की सोच याद आती हैं मां
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नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र