यादों में तेरे रहना ख्वाबों में खो जाना
यादों में हरदम रहना ख्वाबों में खो जाना।
जो तेरा हो जाए उस शख्स का हो जाना।
बिछड़े हुए लोगों को दिल में बसा लेना।
यादों के जज़ीरे पर दिल थाम के सो जाना।
तस्वीर तुम्हारी हो और नजरें हमारी हो।
हर वक्त उसे तकना तेरी बात में खो जाना।
सांसों में महकते हो जब तुम आते हो।
लौट तेरा जाना कांटा सा चुभो जाना।
तेरी बोलती आंखों का चुपचाप से कह जाना।
आने का वादा कर के पलकों का भिगो जाना।
हर लफ्ज़ मोहब्बत का होंटों से बयां कर के।
हर लम्स मोहब्बत का दिल में समो जाना।
हर रोज मोहब्बत का तामीर ए महल करना।
सगीर इरादों की दहलीज पर सो जाना।
डॉक्टर सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार बहराइच