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2 Mar 2021 · 1 min read

यादों को जब से

यादों को जब से आपसा सहारा बना लिया
तन्हाइयों की आग से दामन बचा लिया

उजड़ा जो आँधियों मे सपनो का वो महल
दिल मे ही एक खूबसूरत आशियाँ बना लिया

अपने दीवानेपन पे जब कहकहा लगा
हमने भी दिवानगी से मुस्कुरा लिया

दर्दो गम तुम्हारा कभी हद से जो बढ़ा
चादर मे सर को ढाप के आँसू बहा लिया
M.T.”Ayen”

2 Likes · 2 Comments · 312 Views
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