यादों के तराने
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों के ख्वाब सजाए हमने!!
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों सजाए हमने!!
लाख तूफानों में गिरती संभलती जिंदगी में दुनिया कि खुशियों का चिराग जलाया हमने!!
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों के ख्वाब सजाए हमने!
चाहतो कि कस्ती का मांझी दुआओ कि मोहब्बत हद हस्ती पतवार तकदीर के इम्तिहान तमाम ।
वक्त बेवफाई के हंसते जख्म बेशुमार हंसते जख्मों को जिन्दगी का नूर बनाया हमने!!
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों के ख्वाब सजाए हमने!!
सुबह का सूरज मेरे बज्म का वजूद हर शाम नया नज़्म गुनगुनाया हमने!!
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों के ख्वाब सजाए हमने!!
चाँद कि चांदनी घने अंधेरों में यादों के कारवां संग जिंदगी बिताया हमने!!
यादों के तरानों में पलके हैं बिछाएँ हमने अरमानों के ख्वाब सजाए हमने!!
तूफानों कि तरह जज्बात में मोहब्बत को मोहब्बत का पैगाम सुनाया हमने !!