Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2021 · 1 min read

यादों का सफ़र खुशनुमा हो, कुछ ऐसा कर जाएँ

यादों का सफ़र खुशनुमा हो, कुछ ऐसा कर जाएँ

यादों का सफ़र खुशनुमा हो, कुछ ऐसा कर जाएँ
किसी का भी दिल न टूटे , कुछ ऐसा कर जाएँ

बदनुमा यादों को भुला सकें , कुछ ऐसा कर जाएँ
सबके दिलों में राज कर सकें, कुछ ऐसा कर जाएँ

बिखर न जाएँ आस के मोती, कुछ ऐसा कर जाएँ
रोशन हो इंसानियत का ज़ज्बा , कुछ ऐसा कर जाएँ

टूटें न रिश्तों की माला के मोती , कुछ ऐसा कर जाएँ
रोशन हो रिश्तों का कारवाँ , कुछ ऐसा कर जाएँ

सबके चहरों पर नूर आ जाए, कुछ ऐसा कर जाएँ
संस्कृति और संस्कारों से पोषित हो समाज , कुछ ऐसा कर जाएँ

चमक उठें दरबार सभी देवालयों के , कुछ ऐसा कर जाएँ
रोशन हो जाएँ चर्च, गुरद्वारे और मस्ज़िद , कुछ ऐसा कर जाएँ

नसीब हो नवोदित रचनाकारों को खुला आसमां , कुछ ऐसा कर जाएँ
राजभाषा हिंदी को विश्व मंच पर आसीन करें, कुछ ऐसा कर जाएँ

यादों का सफ़र खुशनुमा हो, कुछ ऐसा कर जाएँ
किसी का भी दिल न टूटे , कुछ ऐसा कर जाएँ

बदनुमा यादों को भुला सकें , कुछ ऐसा कर जाएँ
सबके दिलों में राज कर सकें, कुछ ऐसा कर जाएँ

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
*कैसा है मेरा शहर*
*कैसा है मेरा शहर*
Dushyant Kumar
ആരും കാത്തിരിക്കാ
ആരും കാത്തിരിക്കാ
Heera S
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
..
..
*प्रणय*
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
आकाश महेशपुरी
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
4533.*पूर्णिका*
4533.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज फ़िर एक
आज फ़िर एक
हिमांशु Kulshrestha
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
पूर्वार्थ
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
পছন্দের ঘাটশিলা স্টেশন
Arghyadeep Chakraborty
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
निःस्वार्थ रूप से पोषित करने वाली हर शक्ति, मांशक्ति स्वरूपा
Sanjay ' शून्य'
!..................!
!..................!
शेखर सिंह
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जब तात तेरा कहलाया था
जब तात तेरा कहलाया था
Akash Yadav
जो समझना है
जो समझना है
Dr fauzia Naseem shad
बस इसी सवाल का जवाब
बस इसी सवाल का जवाब
gurudeenverma198
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल-ए-मज़बूर ।
दिल-ए-मज़बूर ।
Yash Tanha Shayar Hu
*भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 )
*भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 )
Kshma Urmila
"पहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
हम में सिर्फ यही कमी है,
हम में सिर्फ यही कमी है,
अरशद रसूल बदायूंनी
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
आज का पुरुष औरतों को समान अधिकार देने की बात कहता है, बस उसे
आज का पुरुष औरतों को समान अधिकार देने की बात कहता है, बस उसे
Annu Gurjar
*आओ लक्ष्मी मातु श्री, दो जग को वरदान (कुंडलिया)*
*आओ लक्ष्मी मातु श्री, दो जग को वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कर्त्तव्य
कर्त्तव्य
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बेटी
बेटी
नूरफातिमा खातून नूरी
Loading...