‘ यादें ‘
दूर देश से आते बादल ,
ना जाने कुछ कहते हैं,
मन के इतिहास में दब गए,
बहुत सारी मीठी यादें,
बीता पल हम सब फिर न पा सकें,
बस, याद बन कर रह गए।
जीवन रेखा थोड़ा सा है बस,
सुनाने के लिए कहानी बन गए हम सब,
फ़ुरसत के लम्हों में आंख बंद करके,
टटोलता हूं , उन पलों को आज भी ,
जिन्हें मैं भूलता नहीं ,
किन्तु वो सब यादें है ,
खट्टी – मीठी यादों को सजोना हैं…