यादें तेरी
***** यादें तेरी *****
एक याद तेरी जो आई आज फिर से
हर तरफ सूरत तेरी ही मुझे तो नजर आई
फिर चुपके से दिल में दफ़न यादें जो थी तेरी
ज्वारभाटे सी बहार आने को आतुर हो गई।
यादों से चुराकर तस्वीर तेरी जो बसी थी मन में
ख्वाब में ले आई हूँ यादे तेरी जो दबी थी कब से
शब्दो के रूप में पिरो डालें अरमान दिल के सारे
जज्बात की माला सी शब्दो मे पिरो डाली।
शब्द शब्द में तेरी झलक नजर आने लगी मेरे
यादो को तेरी आँखों में बसाया हैं
पलक नही झबकी न जाने कब से
कि कहीं यादे दब न जाये पलको के बोझ से।