यात्रा
एक यात्रा
नमन मानवता
चार्ल्स डार्विन के विकास वाद के सिद्धांत
और प्रकृति चयन से आए
पहले मनुष्य के अस्तित्व की
चौपाए से इंसान बनने की
उन्नति की ,उत्थान की
एक लम्बी यात्रा
सघन वनों, कटते अरण्यों
दम घोटते विकास की
वर्ण, भेदभाव ,गोत्र बटे समाज की
छोटी सी बच्ची से दुराचार की
अन्याय की ,अत्याचार की
किस ओर जा रही मानवता
सभ्यता की किन परम्पराओं को तलाशती
एक लम्बी यात्रा
क्या पाया,क्या खोया
प्रश्नों को उठाती
सभ्यता के निचले पायदान पर
मानवता खुद शर्मसार होती
अन्तर्मन को सुलगाती
विश्वास लिए, एक शुभ संकल्प के साथ
एक लम्बी यात्रा
मीनाक्षी भटनागर
नई दिल्ली
स्वरचित