यह वक्त है।
यह वक्त है वक्त तो बस चलता ही रहता है।
वक्त कभी भी किसी के लिए ना रुकता है।।1।।
मिलेगी ना शिफ़ा तुम्हें इश्क़ ए बेवफाई में।
इस ज़ख्म का मलहम बस वक्त ही होता है।।2।।
अगर तुम चाहो तो बदल दो इस वक्त को।
वरना यह वक्त ही है जो तुमको बदलता है।।3।।
जी लो अभी ज़िन्दगी के इस वक्त को यारों।
बाद में गुजरे हुए वक्त को कोई ना जीता है।।4।।
जख्म पे फिर मलहम लगाने से क्या फायदा।
गर वक्त पर मलहम जख्म पर ना लगता है।।5।।
अफ़सोस क्या करना यूँ गुज़रे हुए वक्त का।
गुज़रा हुआ यह वक्त फिर से ना गुज़रता है।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ