यह भी महंगा वह ——– जोगीरा
यह भी महंगा वह भी महंगा महंगा है बाजार।
कोरोना के काल में, सूखी पिचकारी की धार।।
जोगीरा सा रा रा रा——-
दूर-दूर से रंग लगाओ करना न मुझे तंग।
कोरोना बेरी खड़ा लड़ना जिससे जंग।।
जोगीरा सा रा रा रा——
पेट्रोल में आग लगी है हो गया सो के पार।
साग सब्जी कैसे बने सोचे किचन में नार।।
जोगीरा सा रा रा रा——
रंग अबीर का जैसे तैसे ,किया किया इंतजाम।
नीर बिना कैसे जीतू, जीवन का संग्राम।।
जोगीरा सा रा रा रा——
प्रकृति से खिलवाड़ का शायद यह परिणाम।
आओ शुभ संग शुभ रंग से पूर्ण करें सब काम।।
राजेश व्यास अनुनय