यह दिल बेचारा
दिल ठंडी ठंडी
आहें भर रहा है
बाहर का मौसम तो
वैसे अभी गरम है
इसके मन के और
प्रकृति के मौसमों के बीच
अब कोई तालमेल ही नहीं
रहा
यह दिल बेचारा
सबके द्वारा ठुकरा दिया
गया है
ऐसा लग रहा है कि
इसे देश निकाला सा
दे दिया गया है
सांस लेने के लिए
इसे कोई जगह
रहने के लिए कोई ठिकाना
पांव रखने के लिए
रत्ती भर जमीन
और
प्यार के इजहार के लिए
कहीं कोई बहाना नहीं
मिल रहा है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001