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2 Jan 2022 · 1 min read

यह खंजर

अपने लिए
कामयाबी की दुआ
दूसरों के लिए
बदहाली की
चेहरे पर आशीर्वाद देते हुए
मुस्कुराहट है पर
आंखों से नफरत के तीर चल
रहे हैं जो
सीधे मेरे दिल में उतर रहे हैं
न यह खंजर दिखते हैं
न कहीं कोई खून खराबा पर
यह बखूबी अदृश्य हाथों में पकड़े
जाते हैं और
लगातार ही किसी को छलनी करने के लिए उसके सीने में
घोंपे जाते हैं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 314 Views
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