यह खंजर
अपने लिए
कामयाबी की दुआ
दूसरों के लिए
बदहाली की
चेहरे पर आशीर्वाद देते हुए
मुस्कुराहट है पर
आंखों से नफरत के तीर चल
रहे हैं जो
सीधे मेरे दिल में उतर रहे हैं
न यह खंजर दिखते हैं
न कहीं कोई खून खराबा पर
यह बखूबी अदृश्य हाथों में पकड़े
जाते हैं और
लगातार ही किसी को छलनी करने के लिए उसके सीने में
घोंपे जाते हैं।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001