यह क्या हाल बना लिया
यह क्या हाल बना लिया है
क्या किसी से दिल लगा लिया है
तुझसे बिछड़ के तन्हा नहीं हूं
तेरी यादों को पास बुला लिया है
अब मुश्किलों से डर नहीं लगता
मैंने अब हौंसला जुटा लिया है
मौत अब तक क्यूं नहीं आयी ‘अर्श’
ज़हर तो कब का खा लिया है