यह कैसा एहसास है
यह कैसा एहसास है
जो सोने नही देता
गम में भी रोने नही देता
फासला मीलों का है हमारे दर्मिया
फिर भी यह तुझसे एक कदम दूर होने नही देता
यह कैसा एहसास है
जो सोने नही देता
गम में भी रोने नही देता
फासला मीलों का है हमारे दर्मिया
फिर भी यह तुझसे एक कदम दूर होने नही देता