*यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो (मुक्तक)*
यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो (मुक्तक)
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यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो
जो होते योग के हैं आठ, उस हर अंग में डूबो
अधूरापन न रह जाए कहीं कुछ आज जीवन में
गुरू की ज्ञान-गंगा में, गुरू के संग में डूबो
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615454