यही स्वर्ग है
ढक रही हैं
चोटियाँ…
बर्फ़ से,
चारों ओर
दिख रहा हैं
एक मासूम मंज़र
हर पाखंड और फरेब से परे
ढक रहा है
बिखरा खून भी
ढक रहा है हर पाप
यही स्वर्ग है.
ढक रही हैं
चोटियाँ…
बर्फ़ से,
चारों ओर
दिख रहा हैं
एक मासूम मंज़र
हर पाखंड और फरेब से परे
ढक रहा है
बिखरा खून भी
ढक रहा है हर पाप
यही स्वर्ग है.