Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2022 · 1 min read

यही तो इश्क है पगले

करता है जो उसको याद
सुबह हो या शाम तू पगले
नहीं मालूम तुमको ये
यही तो इश्क है पगले

न आए नींद रातों को
मचलता है दिल पगले
उसे ही चाहे हरपल तू
यही तो इश्क है पगले

महीना हो दिसंबर का
या मौसम बर्फ का पगले
तुम्हें सर्दी छू न पाएगी
यही तो इश्क है पगले

नहीं हो सकता जुबां से गर
इज़हार आंखों से कर पगले
जो आंखों की जुबां समझे
यही तो इश्क है पगले

उसके सिवा न सूझे कुछ
बस याद वही आए पगले
खुली आंखों में सपने हो
यही तो इश्क है पगले

लगती है ये दुनिया जन्नत
और बस वही परी पगले
दिख जाए दुनिया उसमें जब
यही तो इश्क है पगले।

Language: Hindi
15 Likes · 3 Comments · 780 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
जिंदगी भर की कहानी यही है
जिंदगी भर की कहानी यही है
Shweta Soni
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
"ऐ मेरे दोस्त"
Dr. Kishan tandon kranti
😢सियासी संकट यह😢
😢सियासी संकट यह😢
*प्रणय*
सपने असामान्य देखते हो
सपने असामान्य देखते हो
ruby kumari
बच्चें और गर्मी के मज़े
बच्चें और गर्मी के मज़े
अमित
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में  होती है पर
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में होती है पर
DrLakshman Jha Parimal
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
........
........
शेखर सिंह
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
SPK Sachin Lodhi
जिंदगी का एकाकीपन
जिंदगी का एकाकीपन
मनोज कर्ण
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
Neeraj Agarwal
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
Sonam Puneet Dubey
शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में,
शहर में छाले पड़ जाते है जिन्दगी के पाँव में,
Ranjeet kumar patre
फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए
फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए
Monika Arora
मौसम किसका गुलाम रहा है कभी
मौसम किसका गुलाम रहा है कभी
नूरफातिमा खातून नूरी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
भाई
भाई
Kanchan verma
जीवन की धूप-छांव हैं जिन्दगी
जीवन की धूप-छांव हैं जिन्दगी
Pratibha Pandey
मायड़ भौम रो सुख
मायड़ भौम रो सुख
लक्की सिंह चौहान
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
Rj Anand Prajapati
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शब्दों का झंझावत🙏
शब्दों का झंझावत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
माँ
माँ
Dinesh Kumar Gangwar
FOR THE TREE
FOR THE TREE
SURYA PRAKASH SHARMA
4628.*पूर्णिका*
4628.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...