Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

यथार्थ

हुस्न ढला, यौवन ढला , फिर भी बचा गुरुर ।
नशा ढला , मस्ती ढली , बाकी किन्तु सुरूर।।
बाकी किन्तु सुरूर , साथ में निद्रा गहरी ।
माया के वश जीव , दिखे हर वस्तु सुनहरी ।
कह पाण्डे कविराय , बात इक बहुत जरूरी।
दस्तक देती उम्र , छोड़ सब द्वंद फितूरी।।

84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सतीश पाण्डेय
View all
You may also like:
2581.पूर्णिका
2581.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हटा लो नजरे तुम
हटा लो नजरे तुम
शेखर सिंह
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
लेखनी को श्रृंगार शालीनता ,मधुर्यता और शिष्टाचार से संवारा ज
DrLakshman Jha Parimal
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*** लहरों के संग....! ***
*** लहरों के संग....! ***
VEDANTA PATEL
********* हो गया चाँद बासी ********
********* हो गया चाँद बासी ********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गुमनाम राही
गुमनाम राही
AMRESH KUMAR VERMA
काजल
काजल
Neeraj Agarwal
कविता- 2- 🌸*बदलाव*🌸
कविता- 2- 🌸*बदलाव*🌸
Mahima shukla
जीवन एक युद्ध है...
जीवन एक युद्ध है...
पूर्वार्थ
डोर
डोर
Dr. Mahesh Kumawat
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
कवि रमेशराज
शृंगारिक अभिलेखन
शृंगारिक अभिलेखन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मौत की सजा पर जीने की चाह"
Pushpraj Anant
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
कविता: एक राखी मुझे भेज दो, रक्षाबंधन आने वाला है।
Rajesh Kumar Arjun
*दूर देश से आती राखी (हिंदी गजल)*
*दूर देश से आती राखी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
Neelam Sharma
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
यदि आप अपनी असफलता से संतुष्ट हैं
Paras Nath Jha
किसी का यकीन
किसी का यकीन
Dr fauzia Naseem shad
"आशा की नदी"
Dr. Kishan tandon kranti
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
जल संरक्षण
जल संरक्षण
Preeti Karn
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मुश्किलों से तो बहुत डर लिए अब ये भी करें,,,,
मुश्किलों से तो बहुत डर लिए अब ये भी करें,,,,
Shweta Soni
*लोकमैथिली_हाइकु*
*लोकमैथिली_हाइकु*
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
Poonam Matia
जागे हैं देर तक
जागे हैं देर तक
Sampada
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
Loading...