यक्ष प्रश्न
कुछ प्रश्नों के हल हमें जीवनपर्यंत नहीं मिलते ,
ये प्रश्न सदैव हमारे अंतःकरण में रहते डोलते ,
कुछ व्यवहार के प्रश्न , कुछ विचार के प्रश्न ,
कुछ आचरण के , कुछ निर्वहन के प्रश्न ,
कुछ कर्तव्यों के प्रश्न , कुछ मंतव्यों के प्रश्न ,
कुछ वेदनाओं के , तो कुछ असंवेदनाओं के प्रश्न ,
कुछ आत्ममंथन के , तो कुछ आत्मवंदन के ,
कुछ दुर्भाग्य के , कुछ सौभाग्य के ,
कुछ निजता के , तो कुछ प्रभुसत्ता के ,
कुछ आसक्ति के , तो कुछ विरक्ति के ,
कुछ समर्पण के , तो कुछ पलायन के ,
कुछ आशाओं के , कुछ आकांक्षाओं के ,
इन प्रश्नों का हल हम जीवन भर खोजते रहते ,
कभी खुद का दोष मानते ,
कभी दूसरों को दोष देते ,
पर किसी ठोस निष्कर्ष तक कभी ना पहुंचते ,
यथार्थ से परे काल्पनिक जगत में हम सदैव रहते ,
ये प्रश्न हमारे लिए अंत तक यक्ष प्रश्न ही बने रहते ,