म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
म्हारौ गांव धुम्बड़ियौ
ओ म्हारे लिए एक अणमोल धरोहर हैं
इणरी यादां हरमेस म्हारे काळजै रे
मांय ऊंडी बस्योड़ी है।
इणरी हर अेक गळी दुकान मारग रो
चितरांम म्हारे हिवड़ै मे छप्यौड़ौ हैं
समै रे साथै बोत कुछ बदळ जावै हैं
परिवार री जिम्मेदारीया खातर
आज घणा ही अळगां हा
पण म्है आज भी इणरी ऊजळी यादां
नै म्हारै अंतस मांयनै सहेज नै राखी हैं।
©जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️