Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2023 · 1 min read

मौत का डर

मौत का डर
***********
मुझे कुछ भी नहीं कहना है
न ही बेकार की बातें सुनना है
हम आपकी दया के मोहताज भी नहीं हैं
जो हम आपको अपने होने का जो प्रमाण दें।
प्रमाण चाहिए तो मुझ पर नज़र रखिए
अपना खुफिया तंत्र मेरे पीछे लगाइए
आखिर आपको मेरे होने न होने की
इतनी फ़िक्र क्यों है जनाब?
क्या आप हमारे करीबी रिश्तेदार हैं?
हो सकता है ऐसा हो भी तो
पर मैं तो आपको जानता भी नहीं
और न ही आपके साथ कभी
किसी रिश्ते की गांठ में बंधना भी नहीं चाहता,
वो भी इसलिए आपको जीना नहीं आता
क्योंकि आपको अपने होने का सबूत
जबरदस्ती दुनिया को देने का बड़ा शौक है,
शायद मुर्दा होने का डर आपको ज्यादा सता रहा है
इसीलिए जिंदा होने का सबूत देना पड़ रहा है।
अपनी ही तरह आपको सामने वाला भी लग रहा है
पर ये आपका दिवास्वप्न है,
क्योंकि जिंदा दिखने के लिए जिंदा होने का सबूत
सिर्फ मुर्दों को ही देना पड़ता
शायद मुर्दा होने का डर आपको सताता है।
क्योंकि आपको तो पता ही नहीं है
कि आपको अपने जीने की खुशी से ज्यादा
अपनी ही मौत का डर सताता है।

सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
संस्कारी लड़की
संस्कारी लड़की
Dr.Priya Soni Khare
बिहार से एक महत्वपूर्ण दलित आत्मकथा का प्रकाशन / MUSAFIR BAITHA
बिहार से एक महत्वपूर्ण दलित आत्मकथा का प्रकाशन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
कवि रमेशराज
*सहकारी-युग हिंदी साप्ताहिक का दूसरा वर्ष (1960 - 61)*
*सहकारी-युग हिंदी साप्ताहिक का दूसरा वर्ष (1960 - 61)*
Ravi Prakash
"एक विचार को प्रचार-प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है
शेखर सिंह
पंछी
पंछी
Saraswati Bajpai
न मौत आती है ,न घुटता है दम
न मौत आती है ,न घुटता है दम
Shweta Soni
वो अनजाना शहर
वो अनजाना शहर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ज़िंदगी नाम बस
ज़िंदगी नाम बस
Dr fauzia Naseem shad
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
जीवन में प्राकृतिक ही  जिंदगी हैं।
जीवन में प्राकृतिक ही जिंदगी हैं।
Neeraj Agarwal
वर्षा ऋतु के बाद
वर्षा ऋतु के बाद
लक्ष्मी सिंह
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
जो भूलने बैठी तो, यादें और गहराने लगी।
Manisha Manjari
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
Rj Anand Prajapati
' जो मिलना है वह मिलना है '
' जो मिलना है वह मिलना है '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
लेखक कि चाहत
लेखक कि चाहत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
gurudeenverma198
खेल संग सगवारी पिचकारी
खेल संग सगवारी पिचकारी
Ranjeet kumar patre
"मेरी बेटी है नंदिनी"
Ekta chitrangini
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
ये अलग बात है
ये अलग बात है
हिमांशु Kulshrestha
2985.*पूर्णिका*
2985.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ना हो अपनी धरती बेवा।
ना हो अपनी धरती बेवा।
Ashok Sharma
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
Paras Nath Jha
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हर शायर जानता है
हर शायर जानता है
Nanki Patre
Loading...