मौकापरस्त राजनीति
मौकापरस्त राजनीति, याने छल कपट भरी नीति
अवसरवादी राजनीति, याने वोट कमांऊ राजनीति
जो किसानों को, बिचौलियों से मुक्त करने की बात करते थे?
वहीं आ गए हैं बिचौलियों के समर्थन में?
कहां जा रही है, भारतीय राजनीति?
सत्ता एवं वोट के चक्कर में?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी