!!! मोहोब्बत !!
मोहोब्बत की दुश्मन नहीं
है ये दुनिया
वो सब समझती है
किसी की बर्बादी
कहीं हो न जाए
इसी लिए पीछा करती है दुनिया !!
यह सच है, कि प्यार करने वाले
छुप छुप के मिलते हैं
अकेले में खुली बगिया में
कुछ अलग सी हरकत करते हैं
सब पर उस का असर न पड़ जाए
तभी तो कुछ कहने को मजबूर है दुनिया !!
प्यार की भाषा अब कहीं नहीं
यूं ही बदनाम हो रहे हैं प्यार करने वाले
जिस्म की आग की तरफ आकर्षित हैं
तभी तो एकान्त की तरफ वो बढ़ते हैं
कुछ गलत न हो जाए किसी के साथ
बस उसी को बचाने भाग देती है दुनिया !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ