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31 May 2021 · 1 min read

यार अब तो, जाग जाओ

मोहमाया, सब भुलाओ
यार अब तो, जाग जाओ

प्यार धोका है, भरम भी
बात मेरी, मान जाओ

हुस्नवालों का करम ये
इश्क़ वालों को मिटाओ

क्या धरम था, बेवफ़ाई
बेवफ़ा को. ये बताओ

हर कोई ये जानता है
झूठ-सच ये मत सुनाओ

हिज़्र में अब डूबना क्या
तुम ख़ुशी के गीत गाओ

देखना है, देखिये दिल
दिल किसी से, तब लगाओ

झूठ बोलो, झूठ को तुम
सच को उसमें, मत दबाओ

रात क़ातिल, बढ़ रही है
दूरियाँ, कुछ तो घटाओ

कैसे-कैसे, दिल ये बहला
दास्ताँ ये, सुनते जाओ

टूटकर, बहला है दिल ये
इश्क़ मुझसे, मत लड़ाओ

चैन से रहने दो कुछ दिन
मुश्किलें फिर, मत बढ़ाओ

हाय! मुश्किल बेक़रारी
मर न जाएँ, लौट आओ

•••

3 Likes · 6 Comments · 444 Views
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Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
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